विदेशी भाषा सीखने वाले विद्यार्थियों ने देखी जयपुर की विरासत

विदेशी भाषा सीखने वाले विद्यार्थियों ने देखी जयपुर की विरासत

विदेशी भाषा सीखने वाले विद्यार्थियों ने देखी जयपुर की विरासत

जयपुर. विदेशी भाषा और संस्कृति सीखने वाले विद्यार्थियों के लिए भाषा यात्राओं का महत्त्व सदा से रहा है. भाषा यात्रा एक अलग उद्देश्य वाली यात्रा होती है.
ई लैंग्वेज स्टूडियो और जर्मन स्पीकर्स क्लब जयपुर 2011 से ही इस तरह के अनेक यात्राएं करा चुका है. इसमें विभिन्न राज्यों से भाषा सीखने आने वाले छात्र छात्राएं राजस्थान और दूसरे राज्यों का भ्रमण एक गाइड के मार्गदर्शन में करते है। छात्रों को भाषा,स्थान, संस्कृति और एक दूसरे को आपस में जानने का मौका मिलता है।
इसी कड़ी में शनिवार को एक भाषा यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा 14 अक्टूबर, 2023 शनिवार को सुबह 6 बजे ई लैंग्वेज स्टूडियो, लालकोठी और जर्मन स्पीकर्स क्लब सीकर रोड जयपुर से रवाना हुई विभिन्न स्थानों से आए विदेशी भाषा सीखने वाले छात्रों ने जयपुर की हैरिटेज का निरीक्षण किया और हवामहल, जलमहल होते हुए पहले -अरावली हिल्स रेंज के किनारे पर स्थित नाहरगढ़ बायोलॉजिकल पार्क या नाहरगढ़ जूलॉजिकल पार्क जोकि राजस्थान के साहसिक पर्यटन स्थलों में से एक है का भ्रमण किया। जिसमे यहां जर्मन सीखने वाले स्टूडेंट्स को कुनाल शर्मा और देवकरण सैनी ने जर्मन भाषा में जैविक उद्यान और जंगली जीवों के बारे में बताया. इसके बाद नाहरगढ़ किला और अन्य स्थानों का भ्रमण करवाया गया। इस तरह यात्रा में स्टूडेंट्स भी बारी बारी से यात्रा के हिस्सों को जर्मन भाषा में स्वयं भी बाकी ग्रुप को समझाते हैं. जो सीखा है उसका प्रैक्टिकल करते है।

जर्मन स्पीकर्स क्लब के संयोजक देवकरण सैनी ने बताया भाषा के क्षेत्र में इस तरह की यात्राएं बहुत उपयोगी सिद्ध होती है। हमारी यह यात्रा प्रकृति, ज्ञान और आनन्द से जुड़ी हुई है। यदि आप इस तरह आयोजित भाषा यात्रा से जुड़ना चाहते है तो आप भी जुड़ सकते हैं और जर्मन, फ्रेंच, इटालियन और दूसरी भाषाएं सीखने और जर्मनी के आउस बिल्डुंग/ जर्मनी में डायरेक्ट प्लेसमेंट के लिए भी हमसे जुड़ा जा सकता है।