विदेशी भाषा सीख बनाएं बेहतर करिअर

विदेशी भाषा सीख बनाएं बेहतर करिअर

विदेशी भाषा सीख बनाएं बेहतर करिअर

विदेशी भाषा सीख बनाएं बेहतर करिअर

 

भी अपना कारोबार खूब मज़े से कर रही हैं।

  टी सी एस, विप्रो, जेनपेक्ट, डोएचए बैंक, नगारो,बोश, माइक्रो सॉफ्ट, अक्सा, सीमेंस जैसी हजारों कंपनियां हैं- जहाँ आप अनुवादक, एनालिस्ट, कन्सल्टेंट, वॉयस, टेक्निकल राइटर, इश्योरेंस, मेडिकल ट्रांसक्रिप्शन, टूरिस्ट गाइड आदि अनेक प्रकार के काम कर सकते हैं।

   जयपुर में विदेशी भाषा के एक्सपर्ट देवकरण सैनी की माने तो काम के साथ आपको विदेशी कंपनियों में अलग कार्य संस्कृति भी सीखने को मिलती है अच्छी   जयपुर। तकनीकी और वैश्वीकरण के दौर में कोई देश आपसे दूर नही है। सभी देश पड़ोसी बन गये है विदेशी भाषाओ के जानकारों की डिमांड बहुत बढ़ गई हैं। विदेशी कपंनियों ने छोटे छोटे शहरों में अपने ऑफिस खोल लिए हैं। वहीं अपनी छोटी-बड़ी कंपनीयों ने  तेजी से अपने पंख पसारे हैं। जिससे आज सभी प्रमुख क्षेत्रों में भाषा के जानकारों की मांग यकायक बढ़ गयी है। आप अगर बहुभाषी हैं बल्कि आपको एक भी विदेशी भाषा आती है तो आसानी से 25 से 30 हज़ार से अपने करिअर की शुरुआत कर सकते हैं।

यहां मिलेगा आर्कषक जॉब

   सबसे आसान जहग बहुभाषी के लिए बहुराष्ट्रीय कंपनियां है ये कंपनियां कितनी है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है की अकेली जर्मन कंपनियां एक हजार से ज्यादा भारत में ही हैं  राजस्थान के नीमराना मे एक ही जहग ढाई सौ से ज्यादा जापानी कपंनियां हैं, बैंगलोर, हैदराबाद, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली, मुम्बई के अलावा जयपुर और यहाँ तक कस्बों तक मे कॉल सेंटर खुल गये है - जिनके द्वारा विदेशी ही नही छोटे - छोटे देशी कंपनियाँ सेलरी,इंसेंनटिव और दो दिन का अवकाश, घर से पीक-अप-ड्रॉप जैसे आकर्षण यहाँ आपको मिलते हैं- लेकिन साथ ही साथ आपको दवाब झेलने, शिफ्ट वर्क के लिए भी तैयार रहना होगा। महिला साथी पर कमेंट करना या शारीरिक चोट पहुंचाना आप को बाहर का रास्ता भी दिखा सकता है।

कहाँ सीखे विदेशी भाषा

    मार्केट की डिमांड को देखते विदेशी भाषा सीखना अब मुश्किल नही है आज लगभग सभी बड़ी यूनिवर्सिटी और प्राइवेट इंस्टीट्यूट विदेशी भाषा सीखा रहे हैं। जयपुर में आप राजस्थान यूनिवर्सिटी, आई आई एस यूनिवर्सिटी और लैंग्वेज स्टूडियो-जर्मन स्पीकर्स क्लब (लाल कोठी/वीकेआई)जयपुर में जर्मन, फ्रेंच, स्पेनिश जैसी भाषायें सीख सकते हैं। यहां कैंपस प्लेसमेंट भी होता है।

 

कम समय और कम फीस पर बनाए करिअर

   ज्यादातर भाषाएँ ( एम एन सी के लिए जरूरी तीन लेवल ) एक साल में सीखी जा सकती है जैसे जर्मन , फ्रेंच, रशियन, इटालियन औऱ स्पेनिश. लेकिन ज्यादातर कामों में भाषा दक्षता के साथ स्नातक की डिग्री पूछी जाती हैं। विशेषज्ञों के अनुसार एक भाषा सीखने में सामान्यतया पचास हजार का खर्चा आता है।